
आरिफ सौदागर, सागर/खुरई। नगर के वार्डो में पेयजल को लेकर चिंता की लकीर दिखाई दे रही है, अभी तो गर्मियों की शुरुआत भी नहीं हुई। जबकि अप्रैल, मई में जल संकट और भी गहरा सकता है। बीना नदी के इंटेक वेल में अवैध सिंचाई के कारण इतना जल स्तर गिर गया कि नगर में जल सप्लाई एक दिन छोड़ एक दिन देने की नौबत आ गई। मुसीबत उन लोगों को हो रही है जिनको दो दिनों में भी पर्याप्त पेय जल नहीं मिल पा रहा। संतकबरदास वार्ड, टैगोर वार्ड, दीनदयाल उपाध्याय वार्ड सहित श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड में सुबह पानी भरते समय ऐसा नजारा होता है कि नल से पानी छोटे छोटे बर्तनों में भरकर उड़ेलना पड़ता है। इतना प्रेशर भी नहीं होता कि बड़े बर्तन तक चढ़ सके। घर के अंदर तक पानी नहीं जाता। जानकारी देते हुये पीड़ित परिवारों ने बताया कि दो दिनों में एक बार नल आते हैं और ऐसे बड़ी मुश्किल से कुप्पा दो कुप्पा पानी मिलता है। जिसमें पीने तक का पानी नहीं होता। बाकि खर्च के लिये यहां वहां से जुगाड़ करनी पड़ती है। वही संतकबरदास वार्ड वीर कालोनी के पीड़ित परिवारों का कहना है कि हमारे यहा तो नल या ट्यूबवेल न होने से दूर आसपास के नलो पर जाना पड़ता है। जब तक समस्या हल नहीं होती उनको नगरपालिका अपने टैंकरों से पानी भेजे और जब तक पानी न मिले तब तक जल कर न लिया जाये। जहां एक ओर दर्जन भर परिवारों को पीने का पानी नहीं मिल रहा तो दूसरे कुछ ऐसे परिवार भी हैं जो मोटर लगाकर अपना पानी भर लेते लेकिन जिम्मेदार निभाते हुये मोटर बंद न कर पानी बर्बाद करते हैं जिससे ऐसे परेशान परिवारों को पानी नहीं मिल पाता।